नमस्कार, मेरा नाम राजीव नन्दन द्विवेदी है. मैं लखनऊ यूनिवर्सिटी से स्नातकोत्तर कर चुका हूँ और स्नातक से ही प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था.
यह बात 2002 की गर्मियों की है, एक बार इंटरनेट पर जब मैं ऐसी ही एक परीक्षा का परिणाम देख रहा था तो नेट-सर्फिंग के दौरान ब्लॉगिंग के बारे में जाना. तब से अंग्रेज़ी में ब्लॉग लिखना मेरा जूनून हो गया.
हिन्दी में ब्लॉग लिखना पहले सरल नहीं था, फ़िर नए सॉफ्टवेयर्स बने और अब तो हिन्दी आय का स्रोत भी बन चुकी है.
इंटरनेट की भाषा अंग्रेज़ी ही थी और आज भी किसी भी भाषा की तुलना में अंग्रेज़ी ज्यादा लिखी और पढ़ी जाती है. अतः अंग्रेज़ी में लेखन ज्यादा आय दिलाता है. यही कारण था कि हिन्दी भाषा से दूर था.
पर अब यदि कोई ऐसा कहे तो यह ग़लत होगा, अब हिन्दी में भी ढेरों संभावनाएं जाग चुकी हैं, अतः मैं हिन्दी लेखन के क्षेत्र में भी आ गया हूँ.
साथ ही हिन्दी-प्रेम और दोस्तों का साथ भी मुझे हिन्दी में लिखने को मजबूर कर बैठा.
मेरा शुरूआती ब्लॉग लेखन जाने कब शौक से जुनून में बदल गया, मैं नहीं समझ पाया. दरअसल गूगल अकाउंट में आने वाले सेंट ने मुझे डॉलर बनाने को प्रेरित किया और डॉलर ने मुझे छमाही चेक और छमाही ने मुझे तिमाही चेक और इसी प्रकार मैं अपने नित नए लक्ष्य बनाता रहा और उन्हें पाता भी रहा.
आज भी मैं अपने लक्ष्य बनाता हूँ और उन्हें प्राप्त करता रहता हूँ. पर पैसे की प्यास कभी भी पूरी नहीं होती क्योंकि ज़रूरतें भी तो बढती जाती हैं. अतः लगा हुआ हूँ और आप को भी यही मार्ग दिखाना चाहता हूँ.
अपने लेख में कैसे सरलतम तरीके से फोटो जोडें ?
-
नया ब्लॉगर दूसरों के ब्लॉग देख कर बस ललचता रहता है कि
कैसे उनके ब्लॉग इतने सुंदर हैं !!
कैसे वे इतने सुंदर-सुंदर फोटो लगाए बैठे हैं !!
और हम हैं कि बस अक्षर...
14 years ago